खुटिया मे सीएचसी संचालक ने मइयां सम्मान योजना मे किया जालसाजी लाभूक के नाम पर अपने खाते मे लिया पांच किश्त की राशी
Gulam Mohmmad
धुरकी प्रखंड क्षेत्र के खुटिया पंचायत अंतर्गत भुमफोर गांव की एक महिला ने बीडीओ को आवेदन सौंपकर सीएससी संचालक पर जालसाजी कर मइयां सम्मान की राशी अपने बैंक खाता मे हस्तांतरित करने का आरोप लगाया है। सोमवार को अनीता देवी ने धुरकी प्रखंड कार्यालय मे बीडीओ जुल्फिकार अंसारी को लिखित आवेदन सौंपकर सीएससी संचालक पर नामजद कार्यावाई करने और मइयां सम्मान की पांच किश्त की राशी महिला के बैंक खाता मे सुधार कर भेजने के लिए मांग की है। मइयां सम्मान योजना की लाभूक ने बताया की उसने छः माह पहले खुटिया पंचायत सचिवालय मे कार्यरत सीएससी संचालक पिंटु कुमार गुप्ता को अपना आधार कार्ड राशनकार्ड और बैंक विवरण के साथ मइयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। भुक्तभोगी महिला ने बताया की वह प्रत्येक बार जब-जब मइयां सम्मान योजना की किश्त अन्य लाभुक के खाता मे आता था और उसके खाता मे नही आता था, तब उसने सीएससी केंद्र के संचालक से पूछताछ किया। महिला ने बताया की सीएससी संचालक उसे बार-बार झुठ बोलकर भ्रमित किया और झुठा आश्वासन देता गया और वह महिला निराश हो गई। आपको बता दें इसी दौरान गत पंद्रह जनवरी को बीडीओ जुल्फिकार अंसारी ने पत्र निर्गत कर सभी सीएससी संचालकों से स्पष्टीकरण किया तब मइयां सम्मान योजना मे सीएससी संचालक के द्वारा जानबूझकर जालसाजी और धोखाधड़ी करने की नियत से आवेदन ऑनलाइन करने के क्रम मे महिलाओ के बैंक खाता और आइएफएससी कोड की जगह सीएससी संचालक पिंटु गुप्ता ने अपना और अपने घर के अन्य सदस्यों का बैंक खाता प्रविष्टि कर दिया और लगातार पांच किश्तों की राशी का भुगतान भी प्राप्त कर लिया इसके बाद यह मामला उजागर हुआ है। महिला ने बताया की उसने बीडीओ को आवेदन सौंपकर सीएससी संचालक पिंटु गुप्ता पर धोखाधड़ी और जालसाजी करने के आरोप मे कार्यावाई की मांग की है और मइया सम्मान योजना मे उसका खाता प्रविष्टि करने के लिए मांग की है। इधर इस मामले की जानकारी मिलने पर उपप्रमुख धर्मेंद्र यादव ने चिंता जाहिर की है और कहा है की इस तरह का मामला प्रकाश मे आने के बाद सभी सीएससी केंद्र संदेह के घेरे मे हो चूके हैं इसलिए इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए और सरकार की महत्वकांक्षी मइयां सम्मान योजना से योग्य लाभूको को लाभान्वित होना चाहिए। वहीं पुर्व मुखिया लक्षमण यादव ने कहा की यह मामला बहुत बड़ा है इससे स्पष्ट हो रहा है की सीएससी संचालक ने जानबूझकर यह जालसाजी किया और लाभूक से धोखाधड़ी किया है इसलिए विधी सम्मत कार्रवाई करते हूए ऐसे फ्राॅड जालसाजों पर नामजद कानुनि कार्रवाई होनी चाहिए और तत्काल प्रभाव से खुटिया पंचायत सचिवालय से ऐसे जालसाज संचालक को हटाया जाए। जिससे पंचायत की बदनामी ना हो और लोगो का काम ईमानदारी के साथ हो।